यांग्त्ज़ी नदी: हर तरह के संरक्षण प्रयास

चीन द्वारा यांग्त्ज़ी नदी के लिए हरित विकास खोजना और लागू करना जरूरी हो गया है।
by तोंग च्येनफंग
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जून 13, 2018: वुहान में एक शाम के दौरान यांग्त्ज़ी नदी। (आईसी)

यांग्त्ज़ी नदी, चीन की सबसे लंबी नदी और दुनिया की तीसरी सबसे लंबी, एक अनोखे और समृद्ध पारिस्थितिकी प्रणाली को बढ़ावा देती है। यह चीन का राष्ट्रीय रणनीतिक जल स्रोत है और ऐसा क्षेत्र जो पारिस्थिकी सुरक्षा आश्रयों से भरा हुआ है।
यांग्त्ज़ी नदी आर्थिक क्षेत्र 11 चीनी महानगरपालिकाओं और प्रांतों जिसमें शंघाई, च्यांगसू, चच्यांग, सछ्वान और युन्नान शामिल हैं, 2.05 मिलियन वर्ग किलोमीटर के कुल इलाके में पहुंचती है। एक महत्वपूर्ण चीनी आर्थिक क्षेत्र, यह बहुत बड़ी जनसंख्या का घर है और यह प्रभावशाली कुल उत्पादन मूल्य पैदा करता है जो दोनों ही मामलों में देश के कुल उत्पादन से 40 फीसदी से अधिक हैं।
यांग्त्ज़ी नदी के पारिस्थितिकी और आर्थिक स्थिति पर आधारित वैज्ञानिक अनुसंधान और विश्लेषण के अनुसार, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने नदी के हरित विकास का रास्ता प्रशस्त किया है। शी ने कहा कि, “हमें यांग्त्ज़ी नदी के पारिस्थितिकी पर्यावरण के पुनर्जीवन के एजेंडा को मुख्यता से बढ़ाना होगा और वह सब करना पड़ेगा जो उसे बचाने के लिए कर सकते हैं, जिसमें नदी में बड़े पैमाने पर विकास पर पाबंदी भी शामिल है।”
जुलाई 13, 2017 को, चीन के पारिस्थितिकी और पर्यावरण (पुराना नाम था पर्यावरण संरक्षण मंत्रालय), राष्ट्रीय विकास और सुधार आयोग तथा जल संसाधन मंत्रालय ने संयुक्त रूप से हरित विकास की नई प्रणाली को बढ़ावा देते हुए यांग्त्ज़ी नदी आर्थिक क्षेत्र के लिए पारिस्थितिकी-पर्यावरण संरक्षण योजना बनाई है।

छह बड़ी चुनौतियां
वर्तमान में, यांग्त्ज़ी नदी का अतिविकास अलग दिखाई दे रहा है। हरित विकास को प्राप्त करने के लिए काफी चुनौतियों के पार पाने की जरूरत है। पहला, यांग्त्ज़ी नदी के पास के क्षेत्र अब अपर्याप्त पूरी सुरक्षा प्राप्त करते हैं। पिछले दो दशकों में नदी के पास बसे कुल शहर और कस्बे 39 फीसदी से अधिक फैल गए हैं।
नदी के तटीय इलाके ने सर्वाधिक विकास देखा है। इसकी मुख्यधारा और तटीय क्षेत्रों के विकास व इस्तेमाल दर न्यूनतम परिमाण 40 फीसदी तक पहुंच गयी है। तेजी से हो रहे शहरीकरण और जोरदार विकास ने नदी के पारिस्थितिकी में भीषण बदलाव लाए हैं, जिसके फलस्वरूप पारिस्थितिकी प्रणाली विखंडन और इसके सेवा कार्यों का पतन हो रहा है। खेती, जंगल, घास के मैदान और आर्द्रभूमि (वेटलैंड) के क्षेत्र घट रहे हैं।
दूसरा, उच्च मात्रा में प्रदूषण उत्सर्जन का होते रहना समस्या बनी हुई है। यांग्त्ज़ी नदी आर्थिक क्षेत्र बेहिसाब और व्यापक प्रदूषण से त्रस्त है। आर्थिक क्षेत्र में छोड़े जाने वाला गंदा पानी पूरे देश की कुल मात्रा का 40 फीसदी है। इस क्षेत्र में केमिकल ऑक्सीजन डिमांड प्रति इकाई क्षेत्र तथा अमोनिया नाइट्रोजन, सल्फर डाइऑक्साइड, ऑक्सी नाइट्रेट और उड़नशील जैविक तत्व देश के औसत का 1.5 से 2 गुना है।
तीसरा, आर्थिक क्षेत्र के पानी की गुणवत्ता, पानी उत्पत्ति और पानी पारिस्थितिकी को बचाने के लिए समन्वयित और व्यापक योजनाएं बनाना कठिन है। यांग्त्ज़ी नदी की मुख्यधारा और उसकी सहायक नदियों पर पनबिजली व पानी स्थानांतरण परियोजनाओं के कार्यान्वयन ने जल संसाधन बंटवारे और पानी स्थानांतरण इलाकों के पारिस्थितिकी पर्यावरण को गंभीरता से प्रभावित किया है। लेकिन, प्रभावशाली समन्वय तंत्रों और उपायों की कमी है।
चौथा, क्षेत्रीय विकास स्वभाव और पर्यावरण संरक्षण के बीच का अंतर्विरोध अतिस्पष्ट है। यांग्त्ज़ी नदी डेल्टा, यांग्त्ज़ी नदी का मध्य और छंगतू-छोंगछिंग शहरी समुदाय समेत इलाकों में प्रदूषण बहुत गंभीर है।
पांचवा, यांग्त्ज़ी नदी के पास बसे विभिन्न प्रांत और शहर हरित विकास के स्तर के मामले में असमान हैं। नदी के पास के कई प्रांत और शहर संसाधन, पर्यावरण, यातयात और उद्योग के संदर्भ में विकास के बेहद विस्तारित अलग-अलग नियम हैं।
विभिन्न क्षेत्रों के बीच विकास का अंतर बड़ा है। नदी के ऊपरी, मध्य और निचले भाग बेहतर तरीके से समन्वयित नहीं है, और उद्योग आम तौर पर समरूप हैं।
और अंत में, समर्थन प्रणाली और यांग्त्ज़ी नदी आर्थिक क्षेत्र के व्यापक प्रबंधन के लिए बनाये हुए तंत्रों को और अधिक सुधारने की जरूरत है। साफ तौर पर, आर्थिक क्षेत्र के लिए एक व्यापक और एक-दूसरे से जुड़े विभागीय व्यवस्थापन प्रणाली बनाना एक कठिन काम है। वर्तमान, समन्वय तंत्र पर्याप्त नहीं है।

22 मार्च 2018 को, सछ्वान प्रांत का लूचो शहर। इधर के सालों में स्थानीय सरकार ने 28 किलोमीटर यांग्त्ज़ी नदी के बिस्तर और बीच के पारिस्थितिक पर्यावरण के उपचार और बहाली को व्यापक रूप से बढ़ावा दिया है, और कृत्रिम घास रोपण, सब्ज़ी रोपण और वृक्षारोपण के माध्यम से यांग्त्ज़ी नदी की पारिस्थितिकीय बहाली क्षमता को बढ़ाया है।(वीसीजी)

पारिस्थितिकी पहले और समन्वयित संरक्षण
अथक प्रयासों जिसमें यांग्त्ज़ी नदी आर्थिक क्षेत्र के लिए संकलन और पारिस्थितिकी-पर्यावरण संरक्षण योजना जारी करने के माध्यम से, चीन सरकार ने आम सिद्धांत, लक्ष्य, और आर्थिक क्षेत्र के हरित विकास रणनीति की रूपरेखा बहुत साफ कर दी है।
यांग्त्ज़ी नदी आर्थिक क्षेत्र की हरित विकास रणनीति में चार मुख्य मुद्दे आते हैं:
पहला, “पारिस्थितिकी प्रथम” रणनीति को लागू किया जाएगा। आर्थिक क्षेत्र के प्राकृतिक कानून का सम्मान किया जाएगा।
दीर्घकालीन फायदों के लिए, आर्थिक क्षेत्र के पारिस्थितिकी संरक्षण को उच्च वरीयता पर होनी चाहिए, जो कि संसाधन-बचत और पर्यावरण अनुकूल औद्योगिक ढांचे, प्रगति स्वरूप और खपत आदर्श के निर्माण को बढ़ावा देगा।
दूसरा, एक प्रणालीगत संरक्षण रणनीति को लागू किया जाएगा। यांग्त्ज़ी नदी की मुख्य और सहायक नदियों जो बतौर वाहिनियां काम करती हैं उनके साथ, पहाड़ों, पानी, जंगलों, खेतों और घास के मैदानों का प्रणालीगत प्रबंधन नदी के साथ सुदृढ़ बनाया जाएगा।
जल संवर्धन और पनबिजली परियोजनाओं का पारिस्थितिकी नियमित किया जाएगा। प्रणालीगत और व्यापक संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए एक एकीकृत क्षेत्रीय पर्यावरण संरक्षण प्रणाली बनाई जाएगी।
तीसरा, एक दूरी नियंत्रण और व्यवस्थापन रणनीति लागू की जाएगी। यांग्त्ज़ी नदी आर्थिक क्षेत्र के पारिस्थितिकी और पर्यावरण पहलुओं पर आधारित, पानी बचाने के लिए विभिन्न प्रबंधन और नियंत्रण उपाय, पारिस्थितिकी सुरक्षा स्वरूप के निर्माण के लिए अलग क्षेत्रों को लक्ष्य रखकर पारिस्थितिकी और माहौल को प्रबलित किया जाएगा।
पर्यावरण संरक्षण और व्यवस्थापन उपायों को ध्यान में रखते हुए यांग्त्ज़ी नदी से संबंधित सभी आर्थिक गतिविधियों को नियमित करने के लिहाज से सख्त नियम लागू किया जाएगा।
चौथा, एक संस्थागत नए विचार रणनीति को लागू किया जाएगा। आर्थिक क्षेत्र के व्यापक प्रबंधन के संस्था-संबंधी सुधारों को बड़ा महत्व दिया जाएगा, और यांग्त्ज़ी नदी की पारिस्थितिकी संरक्षण के लिए विस्तृत कोशिशों का तंत्र, संयुक्त व्यवस्थापन और साझा फायदों का निर्माण किया जाएगा।
इन लक्ष्यों को समझने के लिए, चीन सरकार ने 2020 और 2030 के लिए क्रमशः दो रणनीतिक उद्देश्य प्रस्तावित किये हैं, जो वैज्ञानिक खोजों के प्रणालीगत विश्लेषण पर आधारित हैं। 2020 का लक्ष्य आर्थिक क्षेत्र के पारिस्थितिकी पर्यावरण में दिखाई देने वाले सुधार हैं। 2030 का लक्ष्य यांग्त्ज़ी नदी की मुख्यधारा और उसकी सहायक नदियों में पर्याप्त पारिस्थितिकी प्रवाह है।
तब तक, पानी के पर्यावरण की गुणवत्ता, हवा और पानी पारिस्थितिकी की गुणवतता नदी के साथ काफी बेहतर होगी। नदी की पारिस्थितिकी प्रणाली के सेवा कार्य में बेहद सुधार आ जाएगा व इसका संपूर्ण पर्यावरण और अधिक खूबसूरत हो जाएगा।

ठोस उपाय और दीर्घकालीन तंत्र
चीन ने यांग्त्ज़ी नदी आर्थिक क्षेत्र के पारिस्थितिकी व पर्यावरण संरक्षण के उपायों के लिए विभिन्न व्यवस्थापन और नियंत्रण नीतियां लागू कीं।
जल संसाधन के इस्तेमाल को लेकर सीमा तय की गई है और आर्थिक क्षेत्र के पास पारिस्थितिकी लाल रेखा के साथ-साथ पर्यावरण गुणवत्ता निचली रेखा को स्पष्ट किया गया है। जिन उद्योगों को इजाजत नहीं देनी है उनकी सूची जारी कर दी है।
उसी समय, आर्थिक क्षेत्र के पास बसे शहरों व कस्बों का आकार और मापन बहुत सावधानीपूर्वक जल संरक्षण से नियंत्रण के विचार में लिया गया। उद्योग स्थानांतरण को अवशोषित करने वाले शहरी निर्माण और क्षेत्रों को जल संसाधन ले जाने की क्षमता की सीमा से अधिक नहीं ले जा सकते।
विशेष व्यवस्थापन और नियंत्रण रणनीतियां और उपाय इस प्रकार हैं:
पहला, जल संसाधन के इस्तेमाल को लेकर सीमा तय की गयी है। वर्तमान में, क्षेत्रीय आर्थिक लेआउट और ढांचों के अनुकूलन और समायोजन को बढ़ावा देने के लिए यांग्त्ज़ी नदी के पास के विभिन्न क्षेत्रों में जल संसाधनों के इस्तेमाल को लेकर सीमाओं को निर्धारित किया गया है।
जल संसाधनों के एकीकृत व्यवस्थापन को प्रबलित किया गया है। कुल पानी खपत मात्रा और गहनता दोनों के दोहरे नियंत्रण को स्थापित किया गया है। कुल पानी खपत नियंत्रण पर एक सूचक व्यवस्था जो तीन प्रशासनिक स्तरों को यानी प्रांतों, शहरों और देशों को सम्मिलित करते हुए, स्थापित किया गया है। और कुल पानी नियंत्रण उद्देश्यों को अलग क्षेत्रों और उद्योगों के लिए छोटे लक्ष्यों में विभाजित किया गया है।
दूसरा, जल पर्यावरण गुणवत्ता प्रबंधन के लिए जमीनी हकीकत तय कर दी गयी है। अब जल संसाधनों का संरक्षण मुख्य मुद्दा है। सहायक नदियों की धाराओं के संरक्षण को अधिक मजबूत किया गया है। ग्रेड पांच के जल निकायों, जो कि चीन की पानी गुणवत्ता ग्रेडिंग प्रणाली के मुताबिक सबसे खराब होता है, के उपचार के लिए अधिक जोर दिया जा रहा है।
तीसरा, पारिस्थितिकी लाल लाइन नामांकित और लागू की गयी हैं। वे इलाके जो यांग्त्ज़ी नदी की पारिस्थितिकी सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण सेवा कार्य करते हैं उन्हें लाल लाइनों से सुरक्षा के लिए नामांकित किया गया है। एक दूर शासन प्रणाली को स्थापित किया गया है।
यांग्त्ज़ी नदी आर्थिक क्षेत्र के पास हरित विकास के निर्माण के लिए विभिन्न विभागों, दलों और हिस्सेदारों को संचालित करने की जरूरत पड़ेगी। इस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए एक दीर्घकालीन और प्रभावशाली तंत्र की जरूरत है:
पहला, आर्थिक क्षेत्र की व्यापक शासन प्रणाली में सुधार को गहराई तक पहुंचना चाहिए। पानी से संबंधित पर्यावरण पर्यवेक्षण और कानून प्रवर्तन, जो अभी विभिन्न विभागों के हाथों में बिखरे हुए हैं, का केंद्रीकरण और एकीकरण होना चाहिए। आर्थिक क्षेत्र के लिए एक बेहतर प्रभावशाली पर्यावरण पर्यवेक्षण और कानून प्रवर्तन संस्था स्थापित करने की जरूरत है। एकीकृत नियोजन, मानक, पर्यावरण प्रभाव आकलन, पर्यवेक्षण और कानून प्रवर्तन लागू करना पड़ेगा।
दूसरा, क्षेत्रीय समन्वय और एकीकरण को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त संरक्षण और नियंत्रण तंत्र को अधिक सुधारना होगा। जल विभाजन व्यवस्थापन संस्थाओं की भूमिका को पूरा समर्थन देना होगा। पर्यावरण पर्यवेक्षण और कानून प्रवर्तन संस्थाओं की स्थापना को जल विभाजन पर आधारित होनी चाहिए।
ट्रांस-विभाग, पार-क्षेत्रीय और पार-बेसिन पर्यवेक्षण और आपातकालीन समन्वय को आगे मजबूत करना पड़ेगा। पर्यावरण संरक्षण और पूर्व चेतावनी प्रणाली पर एक समन्वय तंत्र स्थापित करना होगा जिसमें आर्थिक क्षेत्र के पास के संबंधित प्रांतों और शहरों का समावेश होगा।
तीसरा, निगरानी, पूर्व चेतावनी और पर्यावरण के सहन करने की क्षमता का मूल्यांकन करना पड़ेगा। आर्थिक क्षेत्र की पर्यावरण क्षमता को नामित करना पड़ेगा। पर्यावरण के सहन करने की क्षमता का नियमित मूल्यांकन करने की जरूरत है।
एक पूर्व चेतावनी नियंत्रण रेखा और प्रतिकिया रेखा तय करनी पड़ेगी। ऐसे इलाके जो अपने सहन करने की क्षमता से अधिक या करीब प्रदूषण कर रहे हैं तो, पूर्व चेतावनी जारी करनी चाहिए और प्रतिबंधक उपाय करने होंगे।
चौथा, पर्यावरण प्रभाव मूल्यांकन को बढ़ावा देना और लागू करना चाहिए। जब आर्थिक क्षेत्र के पास के इलाकों के लिए विकास नियोजन किया जाता हो, तब पर्यावरण प्रभाव का मूल्यांकन करना चाहिए।
नियंत्रण आवश्यकताएं जैसे कि जो दूरी, कुल मात्रा और उत्सर्जन को स्पष्ट कर तय करना चाहिए। पर्यावरण प्रभाव मूल्यांकन समीक्षा विचारों का फैसला लेते समय एक महत्वपूर्ण संदर्भ इस्तेमाल करना चाहिए।
पांचवा, एक रणनीतिक मूल्यांकन और निर्धारण प्रणाली को स्थापित करना चाहिए। महत्वपूर्ण रणनीतिक कार्यों के लिए जैसे कि पारिस्थितिकी लाल रेखाओं को प्रबलित करने, नजर रखने से संबंधित विश्लेषण समेत उपाय, पर्यवेक्षण, निरीक्षण और समीक्षा को मजबूत करना होगा।
प्रांतों और शहरों के लिए जो मूल्यांकन को पास होने में असफल रहे हैं, संबंधित अधिकारियों को मंजूरी देनी चाहिए और बनी रहने वाली समस्याओं को सुलझाने के प्रयासों को तेज करना चाहिए।
छठा, पारिस्थितिकी मुआवजे के लिए एक तंत्र को स्थापित करने की जरूरत है। पारिस्थितिकी मुआवजे के लिए तंत्र जिसमें विकास इलाके, लाभ पाए इलाके और संरक्षण इलाके जो यांग्त्ज़ी नदी आर्थिक क्षेत्र, को स्थापित करने की जरूरत है। केंद्र सरकार को अपने सामान्य स्थानांतरण भुगतान को बढ़ाने और विशेष स्थानांतरण का इस्तेमाल सब्सिडी देने के बजाए “इनाम” देने जैसे उपायों को अपनाना चाहिए। परियोजनाओं का निर्माण जैसे कि सहयोगी जाल और सीवेज और कीचड़ उपचार केंद्रों को पूरा सहयोग देना चाहिए।
सातवां, आर्थिक क्षेत्र जल पर्यावरण शासन को शामिल करने वाला एक आर्थिक नीति तंत्र को बनाना चाहिए। यांग्त्ज़ी नदी के पास इलाकों में पानी के अधिकार को परिभाषित और आवंटित किया जाना चाहिए। नदी के पास अलग-अलग इलाकों और खंडों के बीच पानी के अधिकारों के लेन-देन के लिए माध्यम बनाने की जरूरत है।

लेखक पारिस्थितिकी और पर्यावरण मंत्रालय के तहत चाइनीज अकादमी फ़ॉर एनवायर्नमेंटल प्लानिंग के पर्यावरण नीति विभाग के उप संचालक हैं।